Sunday 31 December 2017

एक गीत - नववर्ष पर


नये वर्ष संकल्प करें हम,
मिलजुल कर कुछ नया करें।


बड़ी प्रबल है वक्त मार की,
सहयोगी मन जिया करें।
क्षणभंगुर ये जीवन अपना,
मिलजुल लय में बहा करें।। 

अपनों के सँग थोड़े से दुख,
आपस में सब सहा करें ।
नये वर्ष संकल्प करें हम

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यादों की भरपूर पोटली,
हृदय समाये रहती है।
हृदय छिपी बातें सब अपनी,
दुखती रग में बहती है।।
इसीलिए सन्देश यही है -
हम बतियातें रहा करें।
नये वर्ष संकल्प करें हम

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हँसते चेहरों के पीछे भी,
दुख होते सबके अपने।
दुख-सुख को साझा करने से,
पूर्ण करे शायद सपने।।
मिलने के कुछ नए बहाने,
मन में बुनते रहा करें।
नये वर्ष संकल्प करें हम


*** लक्ष्मण रामानुज लड़ीवाला

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